Shikari Devi Temple Mandi
The place can be approached from Karsog which is just 21 Kms from Shikari Devi. On the Shikari peak, there is a roofless temple of Shikari Devi, the Goddess of hunters and this temple is said to be established (Sathapit) by Pandavas. It is said that sage Markanday also meditated at this place for number of years.
हिमाचल के मंडी जिले की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित मां शिकारी देवी अपने मंदिर में छत सहन नहीं करती है। माता शिकारी देवी खुले आसमान के नीचे विराजमान रहने में खुश रहती हैं। बारिश हो, आंधी हो, तूफान हो, मां खुले आसमान के नीचे रहना ही पसंद करती हैं। रोचक पहलू तो यह है कि माता की पिंडियों पर कभी भी बर्फ नहीं टिकती है। इस बार भी वैसा ही हुआ है।
16 नवंबर के बाद बर्फबारी हुई, लेकिन मां की पिंडियों पर बर्फ नहीं टिकी। 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित माता शिकारी देवी मंदिर हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। शिकारी देवी मंदिर परिसर में चौसठ योगनियों का वास है जो सर्व शक्तिमान है। मंडी जनपद में शिकारी देवी को सबसे शक्तिशाली माना जाता है।
देवी के दरबार में प्रदेश ही नहीं अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु देवी के दरबार शीश नवाने दूर दूर से पहुंचते हैं। शिकारी देवी मंदिर और शिकारी धार की मनोरम वादियां पर्यटकों और श्रद्धालुओं को खूब लुभाती है। बर्फबारी में माता शिकारी देवी में कड़ाके की ठंड पड़ने से देवी के मंदिर के कपाट करीब तीन माह के लिए बंद हो जाते हैं।
जिससे माता तीन माह बर्फ में कैद रहती है। बर्फबारी में माता के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों पर प्रशासन प्रतिबंध लगाता है। मगर, माता के अनेक भक्त बर्फबारी में देवी से आशीर्वाद लेने के लिए शिकारी देवी में बर्फ में भी पहुंच जाते हैं।
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